moral stories in kannada
एक समय की बात है राम अपने घर में बैठा हुआ था तभी उसके मन में एक ख्याल आया कि क्यों ना मैं विदेश कमाने के लिए जाऊं और वहां पर किसी लड़की
से शादी कर लो जिससे मैं वहां का निवासी बन जाऊंगा और मेरे पास ढेर सारे पैसे भी होंगे यह सोचकर राम ने कनाडा के लिए अप्लाई किया और कनाडा से
उसे वीजा मिल गया राम वीजा लेकर कनाडा चला गया और कनाडा में लड़की ढूंढने लगा कोई अच्छी सी लड़की मिल जाए जिसके पास बहुत सारे पैसे हो ताकि
शादी करके वहीं पर घर बसा ले राम बहुत ढूंढते ढूंढते उसे एक लड़की मिली और उस लड़की ने राम से शादी करने के लिए तैयार हो गई राम भी उससे शादी कर
लिया उसे वहां का ग्रीन कार्ड मिल गया परंतु राम को यह नहीं मालूम था कि अपना देश अपना होता है और पराया देश पराया राम को यह बात बिल्कुल समझ में
नहीं आ रहा था जब कुछ दिन गुजरा तो लड़की कहने लगी खाना कौन तुम्हारा बाप बनाएगा नानू कर रखे हो ना कुछ रखे हो तुम तुम आते भी नहीं हो कम आना
तो मुझे ही पड़ता है राम को इस बात को सोचकर अपने गांव की याद आने लगी कि मैंने कभी मुझसे ऐसा बात नहीं किया था और यह लड़की मुझसे ऐसा क्यों बोल
रही है इसी तरह दिन पर दिन गुजरते गए राम को सारी बातें समझ में आने लगी राम ने उस लड़की से माफी मांगी और बोला कि मुझे माफ कर दो और मुझे छोड़
दो मैं अपने देश जाना चाहता हूं परंतु लड़की ने साफ इंकार कर दिया और कहा कि जब तुम्हें अपने देश जाना ही था तो मुझसे शादी क्यों किए तुम जाओ अपने देश
घूम कर फिर से चले आओ परंतु राम इस बात को सोचने लगा और बोला है कि नहीं मैं हमेशा के लिए अपने देश जाना चाहता हूं राम को अपनी गलती का एहसास
हो चुका था राम समझ चुका था कि मैं अब यहां पर घुटन के अलावा मुझे अब कुछ नहीं मिल सकता है लास्ट में राम बहुत रिक्वेस्ट किया लड़की से लड़की तैयार हुई और राम
अपने घर चला आया तो कैसी लगी है कहानी दोस्तों हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा आप सभी दोस्तों को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद