Sacha dost Hindi Kids Story

By | September 2, 2018

Sacha dost Hindi Kids Story

सच्चा दोस्त एक समय की बात है एक गांव में एक बकरी का बच्चा रहते थे जिसका नाम था मिंकी वह हमेशा मस्त महलों की तरह रहती थी और हमेशा खेलती रहती और पूरे गांव घूमती रहती है और बहुत ज्यादा मजे भी करती रहती थी उसका सबसे अच्छा दोस्त था एक कुत्ता उसके दोस्त का नाम था कालू वह एक आवारा कुत्ता था जो गलियों में ही रहता था वह खाना खाने के लिए एक भिखारी पर निर्भर था लेकिन कालु हमेशा खुश रहता था कालू और मिमिक्री एक साथ खेला करते थे 1 दिन एक नया जानवर उस कॉलोनी में रहने के लिए आया उसका नाम था एंजेल एक सफेद पार्षद बिल्ली वो एक अमीर घर की पालतू जानवर थे एक दिन हमारे मन की उस अमीर घर के पालतू बिल्ली से मिलने गई और तभी पालतू दिल्ली देखते हुए मिंकी को बोला है यह कैसा जानवर है और पूछती है

तुम कौन हो तभी मिंकी जवाब देती है कि मैं एक बकरी हूं मेरा नाम रिंकी है तभी बिल्ली बोलती है बकरी यह बकरी क्या होती है मैंने आज तक इसके बारे में कुछ नहीं सुना लेकिन तुम कितने अच्छे और सुंदर हो अब मैं इनके जवाब देती है शुक्रिया और तुम भी बहुत अच्छी लग रही हो क्या यह तुम्हारा नया घर है कभी बिल्ली जवाब देती है हां और मिंकी बोलती है यह तो बहुत ही बढ़िया है कितना बड़ा घर है मुझे लगता है तुम्हारे पास बहुत सारे खिलौने होंगे बिल्ली जवाब देती है हां हां बिल्कुल क्या तुम मेरे खिलौने देखना चाहोगे तभी मुझे जवाब देती है हां क्यों नहीं तभी बिल्ली घर के अंदर बोला कि ले जाती है अपने सारे खिलौने दिखाती है इनके जवाब देती है बहुत ही सुंदर और बहुत ही बड़ा बढ़िया खिलौने हैं मैंने आज तक ऐसे खिलौने कभी नहीं देखे और बिल्ली बोलती है

क्या तुम मेरे साथ खेलना पसंद करोगे मैं तुम्हें अपनी और खिलौने दिखाऊंगी अब मैं क्या बोलती है इसमें तो बहुत ही मजा आएगा तभी बिल्ली जवाब देती है मुझे तो नए दोस्तों की तलाश थी तुम मेरे दोस्त बनना पसंद करोगे मैं क्या जवाब देती है यह भी कोई पूछने वाली बात है तभी अचानक मिंकी से कल्लू मिलता है और कालू पूछता है तुम यहां अकेले क्या कर रही हो चलो आओ खेलते हैं मैं क्या जवाब देती है कि नहीं कालू आज नहीं खेलना है मुझे अभी मुझे बहुत सारे काम हैं बाद में मिलते हैं ठीक है और यह कार के नीचे चली जाती है बिल्ली के घर और बिल्ली बोलती हो तुम यहां हो मिर्ची चलो मेरे मालिक के घर चल कर खेलते हैं और मिंकी बोलती है हां चलो चलते हैं वहां तो बहुत ही मजा आएगा और कालू अचानक देखता है और बोलता है हम इनकी अपने नए दोस्तों के साथ जा रही है

उसको मेरे साथ खेलने में क्या परेशानी है और कालू इतना बोलता है कि जाओ ठीक है तुम खुश रहो और अकेला रोता हुआ चले जाता है और तभी एक दिन मिंकी घर वापस आ रही होती है तभी अचानक आसमान में घने बादल छा गए और तभी मन की बोलती है अचानक यहां बहुत सारा अंधेरा छा गया है मुझे लगता है तूफान आने वाला है मुझे जल्द से जल्द घर पहुंचना चाहिए और जोर जोर से मिलके भागने लगती है अभी से तूफान शुरू हो जाता है अभी बरसात भी आ जाती है मंकी कहती है कि आगे मेरे दोस्त एंजेल का घर मालिक का घर है मैं वहां तक पहुंच गई वह मुझे अंदर जरूर बुलाएगी और एंजेल से बोलती है कि मुझे तुम्हें से मिलकर बहुत खुशी हुई मुझे अंदर आने दो और बहुत ही खतरनाक तूफान और बारिश आ रही है और तभी एंजेल यानी बिल्ली बोलती है कि मेरा मालिक अभी अभी यह नया घर लिया है और तुम्हारे पैरों में बहुत ज्यादा कीचड़ और पानी लगा हुआ है तो मंदिर आओगे तो उससे मेरा फ्रिज खराब हो
जाएगा जिसके कारण से मेरा मालिक मुझे बहुत ही डालेगा और गुस्सा होगा तभी मन की बोलती है ऐसा मत बोलो मुझे तूफान और बरसात में बाहर मत भेजो तभी एंजेल बोलता है मुझे माफ कर दो लेकिन मैं तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सकता मुझे उम्मीद है कि तुम समझ सकती हो और इतना सुनने के बाद मन की वहां से चली जाती है और रास्ते में सोचती रहती है कि यह एंजेल कितनी बेरहम है इसके सारे खिलौने किसी काम के नहीं हैं यह मेरी कोई मदद नहीं कर सकती यह मेरी दोस्त बन ही नहीं सकते तभी कालू अचानक दिखाई देता है और मंकी को बोलता है मेरे साथ चलो और कालू बोला कि मैं तुम्हें बारिश में भीगता हुआ देखा इसीलिए मैं तुम्हारे पास आया हूं मेरे पास तो ज्यादा कुछ नहीं है लेकिन मेरे मालिक के घर चल सकती हो थोड़ा सा वहां गर्म सुबह रखा हुआ है चलो जल्दी चलते हैं तभी मन की बोलती है ओ कालू मैं बहुत शर्मिंदा हूं मैं कितनी स्वार्थी हूं और तुम कितने सच्चे हो दोस्त हो और उसके बाद कालू और मंकी दोनों कालू के मालिक के घर आ जाते हैं धन्यवाद

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