good story in hindi pati and patni
यह कहानी सुनने के बाद आपकी आंखों में आंसू आ जाएंगे यह कहानी एक पति और पत्नी के बीच की है पति क्या चाहता है और पत्नी क्या चाहती है
एक समय की बात है 1 दिन अचानक एक पति अपनी पत्नी से कहता है कि मुझे डिवोर्स चाहिए पत्नी कहती है ठीक है मैं आपको डिवोर्स देने के लिए तैयार हूं लेकिन मुझे 3 महीने की मोहलत चाहिए क्योंकि मैं नहीं चाहती कि मेरे बच्चे की कैरियर खराब हो जाए और मेरे बच्चे का एग्जाम भी स्टार्ट होने वाला है तो मुझे सिर्फ और सिर्फ 3 महीने की मोहलत दे दीजिए लेकिन आपको 3 महीने में पुराने जैसे व्यवहार करने होंगे जैसे आप गोदी में हमें शुरू शुरू में उठाकर लंच के लिए ले जाते थे good story in hindi pati and patni
उसी तरह आप रेगुलर 3 महीने तक मेरे साथ ऐसा ही बर्ताव करेंगे पति ने यह बात सोच कर कहा यह कैसी शर्त है भाई लेकिन पति को तो डिवोर्स चाहिए था पति इस बात पर तैयार हो जाता है और सोचता है 3 महीने बाद तो छुटकारा मिल ही जाएगा अगले दिन जब वह अपने बीवी को गोद में उठाकर लंच के लिए नीचे लेकर आता है तो आदत नहीं रहती है जिससे बीवी थोड़ा भारी लगती है और ताल मिलाते हुए टेबल पर बगल में खुशी पर बैठा देते हैं और किस करते हैं good story in hindi pati and patni
बच्चा देखकर बहुत खुश होता है और अपने माता पिता को किस करता है और स्कूल के लिए चला जाता है ऐसे लगभग 15 दिन गुजर गया है अब पति को भी थोड़ा सा भी भी हल्की लगने लगी है भाई आदत पड़ गई है थोड़ी सी तभी अचानक अपने बीवी के आंखों की तरफ देखते हैं और गालों की तरफ जब मैं इसे पहली बार लेकर आया था
तो कितनी खूबसूरत लगती थी आज अचानक इस के चेहरे पर झुर्रियां पड़ गई हैं इसमें कितना समय दिया मेरे घर के चलाने के लिए मेरे बच्चों को पालने के लिए और मैं क्या कर रहा हूं लेकिन फिर भी उनका मन खींच लाता है सोचने लगते हैं कि क्या करूं डिवोर्स लूं या ना लूं फिर बच्चा देखता है खुश होता है और अपने स्कूल चला जाता है
ऐसे करते करते 1 महीने गुजर जाते हैं और आज पति मूड बना ही लेता है कि मुझे तो पुराना प्यार अपना मिल गया है मैं आज गुलाब का फूल लेकर जाऊंगा और उसे प्रपोज कर लूंगा तभी अचानक दोपहर का समय रहता है और बीवी बिस्तर पर लेटी रहती है तभी अचानक देखता है कि दोपहर के समय मेरी वाइफ लेडी क्यों है तभी वह नसों को चेक करता है
और चेहरे को और शरीर को देखता है तो शरीर भी पीलापन पड़ गया होता है यानी उसकी बीवी मर चुकी रहती है वहीं पर बिस्तर पर बगल में एक फाइल रखी रहती है और फाइल में लिखा रहता है मुझे माफ कर दीजिएगा मैं आपको बताने ही वाली थी कि आपके घर चलाते समय और अपने बच्चों को पालते समय इतना व्यस्त हो गई थी
कि मुझे पता ही नहीं चला कि मुझे कब कैंसर हो गया मैं आपको बताने ही वाली थी कि मुझे कैंसर है तभी आपने डिवोर्स की बात कर डाली मैं चाहती तो आपको डिवोर्स भी दे सकती थी लेकिन अगर जो मैं डिवोर्स दे देती एक या डेढ़ महीने में मेरी मौत हो जाती है और मेरा बच्चा यही समझता कि मेरे पिताजी की वजह से मेरी मां की मौत हो गई और जिंदगी भर वह आपको अपना दुश्मन समझता इसीलिए कहते हैं दोस्तों हमें तो हर हफ्ते में एक रेस्ट मिलता है यानी एक छुट्टी का दिन मिलता है
लेकिन हमारी बीवियों को कभी छुट्टी का दिन नहीं मिलता 365 दिन लगातार काम करती हैं और अगर जो हम बाहर से गुस्से में रहते हैं तो अपना गुस्सा भी उसी के ऊपर उतार देते हैं लेकिन हम कैसे भूल जाते हैं दोस्तों कि वह तो हमारा ही देखभाल करते हैं कहते हैं कि बीवी कोई कोई गुस्से वाली होती है जो बात को सुनती ही नहीं है बस अपना ही ढूंढने जाते हैं तो आपको बता दें दोस्तों आप खुद सोचिए कि आप जब ऑफिस में काम करने जाते हैं या कहीं वर्कर बनकर काम करने जाते हैं
तो आप से किसी का भक्षक नहीं होता है वहीं सोचिए दोस्तों जो आपके साथ होता है सेम टू सेम घर में भी वैसा ही होता है गुस्सा सबको आता है लेकिन गुस्से पर कंट्रोल केवल कम लोग ही करते हैं तो अगर जो आपको यह स्टोरी पसंद आई है तो प्लीज हमें कमेंट करके बताइएगा आप को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद