moral stories in hindi for class 10
बहुत समय पहली की बात है एक गांव में एक किसान रहता था किसान बहुत लालची आदमी था उस किसान के पास एक बैल था उस बैल से दिन भर अपने खोतो की जुताई करता
और शाम को किराए पर दे दिया करता था व्यापारी बैल को लेकर शहरों में व्यापार करने जाते और फिर लाकर किसान को बैल वापस कर दिया करते थे बैल को किसान
हमेशा रूखी सुखी ही घास दिया करता था फिर किसान अगले दिन अपने खेत दिनभर जोता करता और शाम को किराए पर दे दिया करता था फिर अगले दिन
बैल का तबीयत कुछ ठीक नहीं थी जिसके कारण वह खेत में नहीं जा रहा था किसान बहुत कोशिश करता है बैल को खेत में ले जाने के लिए लेकिन बैल नहीं
जाता फिर किसान वहां से चला जाता है किसान की पत्नी पूछती है आज तुम खेत जोतने नहीं गए किसान बताता है आज लगता है अपनी बैल की तबीयत कुछ ठीक नहीं है
इसीलिए आज नहीं गया फिर किसान अगले दिन जाता है बैल को ले जाने के लिए खेत में बैल अपने जगह से हिलता तक नहीं है किसान बहुत परेशान हो रहा था
तभी उधर से एक साधु बाबा आए किसान साधु बाबा को देखकर प्रणाम करता है साधु बाबा पूछते हैं क्या हुआ तुम इतने परेशान क्यों लग रहे हो किसान बोलता है
लगता है मेरी बैल की तबीयत कुछ दिनों से सही नहीं है साधु बाबा कहते हैं अच्छा और बैल को अपने हाथों से सहला कर चले जाते हैं किसान भी परेशान होकर वहां से चला जाता है
अगले दिन जैसे ही किसान अपनी बैल के पास जाता है किसान की नजर बैल की गोबर पर पड़ता है जो कि गोबर नहीं एक सोने का गोबर था वह बहुत चमक रहा था
किसान समझ जाता है वह साधु बाबा का चमत्कार है किसान बहुत खुश होता है मन ही मन में किसान सोचता है अब तो में बहुत अमीर बनने वाला हूं और सोने का गोबर उठाकर अपने कमरे में चला जाता है
सोने का गोबर किसान अपनी पत्नी को दिखाता है किसान की पत्नी देखकर बहुत ज्यादा खुश होती है वाह रे वाह अब तो सुना ही सुना होगा हमारे पास किसान की पत्नी किसान से बोलती है
बैल को घर के अंदर बांध दो नहीं तो किसी की सोने के गोबर पर नजर पड़ी तो चोरी भी हो सकती है किसान तुरंत बैल को घर के अंदर बांध देता है फिर
अगले दिन किसान की पत्नी और किसान सुबह सुबह देखते हैं बैल फिर से सोने का गोबर दिया है यह देखकर दोनों बहुत प्रसन्न होते हैं किसान की पत्नी बहुत लालच में आ जाती है
और किसान बैल को घर में ही हरी भरी घास खिलाया करते थे जिसके कारण कुछ दिन बीत गए और बैल बीमार पड़ गया बैल का चारा भी खत्म हो गया था
किसान की पत्नी ने किसान को बोला बैल के लिए हरी भरी घास लाने के लिए किसान चल पड़ा जंगलों में हरी घास लेने लेकिन रास्ते में बारिश होने लगती है
बहुत तेज से जिसके कारण किसान एक पेड़ के नीचे झुप जाता है बारिश काफी समय तक होता है जिसके कारण रात हो जाता है किसान सोचता है
रात में घर जाना सही नहीं होगा जंगल के रास्ते से कल सुबह में हरी घास लेकर जाऊंगा किसान जंगल में ही फल खा कर सो जाता है किसान की पत्नी घर पर परेशान होकर राह देख रही थी
कब आएंगे वो बैल को बहुत भूख लगती थी बैल को अपना भूख बर्दाश्त नहीं होता था जिसके कारण वह अपने घर में से बाहर निकल गई किसान की पत्नी बैल के पीछे दौड़ने लगती है
तभी बैल एक गड्ढे में जा कर गिर जाता है बैल को निकालने के लिए किसान की पत्नी बहुत प्रयास करती है लेकिन बैल नहीं निकल पाता बैल भी बहुत प्रयास करता है
उस गड्ढे में से निकलने के लिए लास्ट में थक कर बैल उस गड्ढे में सो जाता है किसान की पत्नी सोचती है लगता है बैल मर गया जिसके कारण किशन की पत्नी ने घर से एक चाकू लेकर उसके पेट को फाढ़कर सोना
निकालने के लिए सूची जैसे ही किसान की पत्नी ने बैल का पेट फडा उसमें सिर्फ गोबर था ना कि सोने का गोबर किसान की पत्नी बहुत मायूस हो जाती है सुबह होने पर किसान घर पर आता है
और किसान की पत्नी किसान को पूरी बात बताती है किसान बहुत मायूस हो जाता है दोस्तों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है लालच करना बुरी बला है