baccho ki kahani
एक जंगल में एक तोता रहता था वह बहुत ही बकबक बोलता रहता था इसीलिए उसका नाम भी बकबक रख दिया गया था सारे जानवरों से झूठ बोलता एक दिन तो गजब हो गया सुबह सुबह कबूतर से जाकर कहने लगा कि आज मैं बहुत बड़े पार्टी से घूम कर आ रहा हूं और वहां पर खाने-पीने की कमी नहीं थी baccho ki kahani
कसम से आज पेट भर गया है तभी वहां पर कब आया और बोला झूठ मत बोलो मैंने तुम्हें 4:00 बजे भोर में देखा कि तुम सुखी मिर्ची खा रहे थे यह बात सुनकर तोता बोला तुम लोगों से तो मुंह लगना ही बेकार है अब ऐसे भी मेरा दूसरा पार्टी का समय हो गया है मैं जा रहा हूं और इतना कह कर चला जाता है जो भी जानवर उससे मिलते हैं baccho ki kahani
सभी से अपना परिचय देता है और कहता है कि मेरे पास धन दौलत की कमी नहीं मैं चाहूं तो जंगल भी खरीद सकता हूं सारे जानवर जान जाते हैं कि यह बकबक है तभी अचानक एक बहुत ही सुंदर पंछी आता है और पूछने लगता है बकबक के बारे में बक बक तब तक अचानक दिखाई दे देता है
उस पंछी को देख कर बकबक तोता अपनी बड़ाई करना स्टार्ट कर देता है तभी वह पंछी कहता है कि तुम चलो राज महल में तुम्हारे पास बहुत धन-दौलत है और तुम आज से महल में ही रहोगे यह राजा साहब का आदेश है यह बात सुनकर तोता को बहुत बड़ा झटका लगा क्योंकि उसके पास कुछ नहीं था वह तो सिर्फ झूठ बोलना जानता था
और वह नहीं जा पाया तो इसीलिए कहते हैं दोस्तों अगर जो हम आज किसी से झूठ बोलते हैं तो कल हमारी झूठ जरूर पकड़ी जाएगी और झूठ पर ज्यादा समय तक पर्दा हम रख भी नहीं सकते तो कैसी लगी कहानी दोस्तों हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा धन्यवाद