Children story in hindi
एक बहुत ही रहिस आदमी था वह बहुत मकसूद था वह अपने आदमियों से काम कराता और उनके पैसे काट लेता है पूरे पैसे भी नहीं देता एक दिन अचानक व्यापार के लिए बहुत दूर जाना पड़ गया उसके साथ उसके दो आदमी भी थे
जब जंगल में वापस लौट रहा था तो उसने कहा हे प्रभु श्री राम मैं अगर जो जंगल के उस पार चला गया और मुझे कोई नहीं लूटा तो मैं 101 ब्राह्मणों को खाना खिला लूंगा जंगल के जब बीचो-बीच गया तो समझा कि आप शायद खतरा टल गया है
तो उसने कहा प्रभु श्री राम अब 101 ब्राह्मणों को खाना खिलाओ या 51 ब्राह्मणों को खाना खिलाओ बात तो बराबर ही है थोड़े दूर और गया अब जंगल में रास्ता सिर्फ आधा किलोमीटर दूर का बच गया था
तभी कहा प्रभु श्री राम 51 ब्राह्मणों को खाना खिलाने से अच्छा है कि एक ही ब्राह्मण को खाना खिला दूं क्या फर्क पड़ने वाला है जैसे ही जंगल खत्म होने वाला था कुछ डाकू आए और उस रहिस आदमी को लूट डाला इसीलिए कहते हैं
दोस्तों अपने बात पर हमेशा अटल रहना चाहिए अब जिंदगी भर वह सेट सिर्फ यह सोचता रहेगा कि मैं शायद ब्राह्मणों को कम खाना खिलाने के लिए बोल रहा था
इसीलिए मुझे कुछ डाकुओं ने मिलकर लूट डाला तो इसीलिए कभी भी अपने संतुष्टि को रखते हुए अपने जुबां पर कंट्रोल करते हुए कोई भी शब्द बोलना चाहिए आपको अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद