Scientist Story in Hindi
बहुत समय पहले की बात है चंदनपुर गांव में एक व्यक्ति रहता था जिसका नाम छोटू था उसका दोस्त का नाम सुनील था वह दोनों एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त थे हर सुख दुख के समय एक दूसरे का काम आते थे
उसी गांव में एक साइंटिस्ट भी था जिसका नाम सतीश था सतीश कुछ ना कुछ एक्सपेरिमेंट करता ही रहता था 1 दिन सतीश एक मुर्गे पर एक्सपेरिमेंट कर रहा था और उससे ऐसा दवा खिला दिया कि
वह मुर्गा अब जिसको भी काटता वह इंसान अंडे देने लगता छोटू उस रास्ते से गुजर रहा था तभी छोटू को उस मुर्गे ने काट लिया तभी सतीश ने कहा अरे भाई तुम्हें इस मुर्गे ने काट लिया अब तुम अंडे दोगे छोटू इस बात से हंसने लगा
और बोला कहीं इंसान भी अंडे देते हैं तभी सतीश ने कहा हां यार 2 मिनट हो गए तुम्हें कटे हुए लेकिन अभी तक तुम अंडे नहीं दिए लगता है मेरा एक्सपेरिमेंट फेल हो गया तभी छोटू और सुनील बैठकर पकौड़ी खा रहे थे
तभी अचानक छोटू अंडे देने लगा सुनील बहुत परेशान हो गया यह कैसे हो सकता है छोटू अंडा कैसे देने लगा फटाक से सुनील प्याज और मरचा काटने लगा आमलेट बनाने के लिए तभी छोटू ने कहा
यार यह कैसी दोस्ती है मैं इस मुसीबत में हूं और तुम आमलेट बनाने की सोच रहे हो तभी सुनील ने कहा अरे थोड़े अंडे इकट्ठा कर लेते हैं फिर तुम्हारा इलाज ढूंढ लेंगे सुनील ने 2 दर्जन अंडा रख लिया और उसके बाद
साइंटिस्ट सतीश यादव के पास छोटू को लेकर गया साइंटिस्ट ने कहा छोटू एक बार तुम और इस मुर्गे से कटवा लो तुम सही हो जाओगे और छोटू ने उस मुर्गे से फिर से अपने आप को कटवा लिया और
छोटू सही हो गया तो दोस्तों यह कहानी कैसी लगी आपको हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा आप सभी दोस्तों को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद