small moral stories in hindi
समझदार किसान की बीवी एक गांव में एक रामू नाम का किसान रहता था वह दो भाई एक का नाम श्याम था उनके पिताजी का नाम कन्हैया था राम और श्याम की शादी हो गई थी
रामू और शाम दोनों मिलकर किसानी करते थे जो भी फसल होता उसे बाजार में ले जाकर बेच आते थे परंतु उन्हें उतना पैसा नहीं मिल पाता था जिससे उनका गुजारा हो
सके राम और श्याम 1 साल बहुत मेहनत की है और उन्होंने देखा कि अभी भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा है क्योंकि जिस व्यक्ति के पास वह अपना फसल बेचने के लिए जाते थे
वह इन्हें ठाक देता था ज्यादा पैसे के बदले उन्हें कम पैसे देता था तभी रामू और उसके भाई और उसके पिता और उसकी बीवी मिलकर योजना बनाई कि
इस बार और ज्यादा मेहनत करेंगे रामू ने इस बार बहुत ही मेहनत किया और श्याम ने भी बहुत मेहनत किया रामू की बीवी बोली इस बार फसल हम बाजार में नहीं बेचेंगे
बल्कि उसे खुद बेचेंगे तभी रामू ने कहा औरतों को सिर्फ घर का काम करने में ही शोभा देता है बाहर का काम हमें करने दो तुम बाहर के बारे में जानती क्या हो तभी
रामू की बीवी बोली इस बार फसल हम जैसे कहेंगे वैसे ही किया जाएगा तभी जाकर हमें ज्यादा प्रॉफिट होगा रामू ने कहा ठीक है अब से मैं घर का काम करूंगा और
तुम खेत का काम करोगी और फिर देखता हूं कि तुम इससे ज्यादा पैसे कैसे ला देती हो राम और श्याम की बीवी दोनों मिलकर खेती करने लगे जब फसल तैयार हुआ आधे फसल को बाजार में ले जाकर भेज दिए
और आधे फसल को पॉपकॉर्न का दुकान खोलकर उस पर भेज दिए जिससे दोनों को बहुत ही प्रॉफिट हुआ राम और श्याम को समझ में आ गया कि अपनी मेहनत का पैसा लेने के लिए
हमें तरह-तरह का काम करना जरूरी होता है और उस दिन से राम और श्याम अपने बीवी से सलाह लेकर कोई भी काम करते थे तो दोस्तों कैसी लगी
यह कहानी हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा आप सभी दोस्तों को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद