short stories for kids
एक भिखारी करोड़पति बन गया चलिए उसके करोड़पति के बारे में जानते हैं कि आखिर में एक भिखारी करोड़पति कैसे बना एक भिखारी था जो दिन-रात भीख मांगता था
वह कभी रेलवे स्टेशन पर भीख मांगता कभी मंदिर के पास जाकर भीख मांगता उसे थोड़े बहुत भी के पैसे मिल जाते थे जिससे उसका गुजारा नहीं चल पाता था
भिखारी सोचने लगा मंदिर के पास जाकर हे भगवान यह कैसा नसीब लिखा आपने मुझे भीख भी अच्छे से नहीं मिल पा रहे मेरा पेट भी नहीं भर पा रहा है फिर वहां पर देखा बहुत लोग मन्नत मांग रहे थे
तभी भिखारी को समझ में आया मैं तो एक भिखारी हूं तो मैं मंदिर के सामने भीख मांगता हूं या भगवान के सामने भीख मांग रहा हूं यह लोग तो बहुत पैसे वाले देखते हैं फिर भी
भगवान के सामने सर झुका रहे हैं भिखारी को सब कुछ समझ में आ गया कि जो भी करना है मुझे ही करना है भिखारी के पास टोटल ₹100 थे वह ₹100 का लकड़ी खरीदा और उसे बाजार में
ले जाकर बेच दिया जिससे उसके पास ₹300 हो गए हैं ₹300 में से सो रुपए खा गया फिर भी भिखारी के पास ₹200 बचे उन ₹200 का फुल खरीदा और उसे मंदिर के बाहर ले जाकर बेच दिया
जिससे उसके पास एक हजार रुपैया हो गया भिखारी को सब कुछ समझ में आने लगा था कि अमीर बनना है तो मेहनत तो करना ही पड़ेगा इसी तरह कभी छोटे व्यापारी कभी बड़ी
व्यापार करते करते भिखारी करोड़पति बन गया तो दोस्तों कभी इंसान को छोटा महसूस नहीं करना चाहिए या कभी भी इंसान को अपने नसीब पर नहीं छोड़ना चाहिए हम किसी भी कार्य को करते हैं
तो एक बार में हमें सफलता नहीं मिलती है जब तक कि हम उस कार्य को बार-बार ना करें जरूरी नहीं है कि जो हम बिजनेस करने जा रहे हैं उसमें हमारा शुरू में ही फायदा हो जाएगा हो
सके हमारा नुकसान भी हो लेकिन नुकसान से कभी घबराए नहीं आगे चलकर फायदा जरूर होगा कैसी लगी स्टोरी दोस्तों हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा आप सभी को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद