lalchi machli wali ki kahani
लालची मछली बेचने वाला एक गांव में एक राम नाम का एक व्यक्ति रहता था जो मछलियां बेचता था जितनी खराब मछलियां रहते थे उन्हें वह बेचता था
मछली सप्लाई करने वाला एक दिन राम के दुकान पर आया और बोला राम में जब तुम्हारे दुकान पर आता हूं तो मैं दुखी हो जाता हूं यह सोच कर कि तुम
हमसे केवल वही मछलियां खरीदते हो जो मछलियां पहले से मर चुकी रहती हैं तुम ताजी मछली या नहीं खरीदते हो और लोगों को खिलाते हो लोग इससे
बीमार पढ़ेंगे राम ने कहा तुम मुझे मत सिखाओ तुम्हें पैसे मिल रहा है ना तुम अपने काम से काम मतलब रखो और मछली का व्यापारी मछली देकर चला
गया इससे राम को नापा बहुत ज्यादा होता था राम सोच में पड़ गया कि मैं ऐसा क्या करूं जिससे मेरा बहुत ज्यादा नापा हो तब उसने गांव के पोखरे में जहां
पर मछली पहले हुई थी वहां पर चला गया मछली की देखरेख करने वाला गार्ड सोया हुआ था तभी उसने चुपके से पोखरे में उतर कर मछलियों को जाल में
फंसा कर ले आकर बेचने लगा जिसे राम को बहुत ही नापा होने लगा इस तरह धीरे-धीरे बहुत सारी मछलियां गायब होने लगी मछली पालने वाला मालिक
एक दिन पहुंचा और बोला इतनी कम मछलियां क्यों दिखाई दे रहे हैं तभी गार्ड ने बोला मालिक मुझे भी समझ में नहीं आ रहा है कितनी मछलियां कम
क्यों दिखाई दे रहे हैं मालिक के साथ साथ उनका बेटा भी वहां आया था उसने एक हीरे की अंगूठी पहनी थी पोखरा में घुसकर नहा रहा था तभी उसकी हीरे के
अंगूठी अचानक निकल कर गिर गई और एक मछली खा गई बच्चा उसे डर गया और सोचा मैं अभी अपने पापा से बताऊंगा तो पापा मुझे डेंगे उसने पापा को
नहीं बताया अगले दिन मछली पालने वाले मालिक के घर में मछली बना था सभी लोग बैठ कर खा रहे थे बच्चा दिखा रहा था तभी अचानक उसके मुंह में
एक पत्थर लगा और उसने हाथ डालकर निकाला तभी उसके पिताजी देख लिए और बोले अरे हीरा तुम्हारे हाथ में रहना चाहिए तो तुम्हारे मुंह में क्या कर रहा है
फिर उसने अपने पिताजी से सारी बात बताई तभी जो तभी सेठ ने रसोईया को आवाज लगाया और पूछा मछली कहां से खरीद के लाए हो तभी रसोईया ने बताया
कि मैं राम के पास से मछली लाया हूं सेठ ने तुरंत राम को जेल में पकड़वा दिया तो इसीलिए कहते हैं दोस्तों बुरा काम का बुरा नतीजा होता है कैसी लगी है स्टोरी दोस्तों हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा