Is Maa Ki Kahani Sunkar Ro Padoge Aap
मां और बेटे की कहानी Is Maa Ki Kahani Sunkar Ro Padoge Aap
मैं जानता हूं दोस्तों इस कहानी को सुनने के बाद आपके आंखों में आंसू जरूर आ जाएंगे आप विश्वास ही नहीं करेंगे कि एक बेटा अपनी मां के साथ ऐसा भी कर सकता है मगर यह सच्ची घटना पर आधारित है
बात ज्यादा पुरानी नहीं है एक दिल्ली की रहने वाली बुढ़िया माई की कहानी है बुढ़िया माई का बेटा आज अमेरिका से घर आने वाला था मां बहुत खुश थी यह सुनकर कि मेरा बेटा आज मुझसे मिलने आ रहा है मां के तो जैसे पैर ही नहीं जमीन पर पढ़ रहे थे मैंने सोचा मैंने अपने बेटे को पढ़ाने के लिए और मेरे पति कितना कुछ की है Is Maa Ki Kahani Sunkar Ro Padoge Aap
जगह-जगह से कर्जा लेकर हम ने अपने बेटे को पढ़ाया आखिर में मेरा बेटा सफलता पा ही गया और उसे 2 साल पहले अमेरिका में जो अभी मिल गया बेटा जब दरवाजे के पास आता है मां बहुत खुश होती है देख कर बेटा भी बहुत खुश होता है और कहता है मां यह सब मैं तेरे लिए लेकर आया हूं लेकिन मां का दिल तो अनमोल होता है
उसे सम्मान की थोड़ी चिंता थी उसे तो बस अपने बेटे को जी भर के देखना था दो-तीन दिन गुजर जाते हैं बेटा अपनी मां से कहता है मां तुम मेरे साथ अमेरिका चलो वहां चलोगी तो अपने नाती और पतोह से भी मिलोगे मां बोलिए बेटा मैं तो अपने पतोह और नाती को देखने का मन तो बहुत करता है लेकिन क्याा करूं यहां पर पुरानेे जमीन हैै
इसे मैं कैसे छोड़ कर जा सकती हूं बेटा बोला मां तुम चिंता मत करो पुरानेे जमीन और घर को बेचकर हम अमेरिका में ही आपके साथ रहेंगे मां मान जाती है इस बात को बेटा अपनी मां को खुशी-खुशी लेकर एयरपोर्ट चला जाता है एयरपोर्ट पर मां को बैठाकर कहता है मां तुम यहां पर रहो मैं अभी आता हूं 1 घंटे गुजर जाते हैं पर बेटा नहीं आता है देखते देखते 5 घंटे गुजर जाते हैं पर बेटा नहीं आता है मां घबरा कर रोने लगती है तभी वहांं एक इंसान रोता हुआ देखकर पूछताा है
आप क्योंं रो रही हैं तभी मां सारी बाात बताती वह आदमी कहता है ठीक है मैं अभी इंक्वायरी करता हूं कि इस नाम का आदमी कहां पर है जब उस इंसान ने पता किया तो पता चला कि 2 घंटेे पहले ही उसका बेटा अमेरिका जा चुका था वह आदमी आकर उस बुढ़िया से सारी बात बताता है लेकिन मां का दिल तो मां का होता है उसे फिर भी विश्वास नहीं हो रहा था
कि मेरा बेटा ऐसा कर सकता है मां ने फिर भी अपने दिल पर पत्थर रखकर अपने आप को समझा लिया कि कोई मजबूरी रही होगी तभी उसने ऐसा किया वरना नहीं किया होता इसके आगे तो मुझे भी नहीं पता दोस्तों की क्या हुआ जिस इंसान ने उसके बेटे के बारे में पता किया था वह कोई और नहीं बल्कि मैंं ही आगे क्या हुआ है यह मुझेे भी मैं उस बुढ़िया मां को बहुत ढूंढा लेकिन वह मुझे कहीं नहीं मिली भगवान करेे किसी मैं अपनेे घर पर लेकर आऊं क्योंकि मैं जानता हूं की मां की ममता क्या होती है