new story in hindi with moral
एक जंगल में एक कोयल रहती थी और एक कौवा रहता था वहीं पर एक बुजुर्ग पंछी हंस भी रहता था हंस काफी समझदार था और वह सारे जानवरों की देखभाल करता था क्योंकि अब वह बुजुर्ग हो गया था वह अपना खाना घूमने नहीं जा पाता था दूसरे पंछी उसे खाना ढूंढ कर ला कर उसे देते तो खाता और रहता लेकिन जब भी वह बातें करता तो समझदारी की करता क्योंकि वह बुजुर्ग था कहते हैं ना दोस्त कि बुजुर्ग हमेशा अच्छी सलाह ही देते हैं new story in hindi with moral
इसी तरह अचानक एक दिन कौवे अपना खोता में गया तो उसके अंडे फूटने वाले थे यानी उसमें से बच्चे निकलने वाले थे लेकिन सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि कौवा के अंडे में से कोयल का बच्चा कहां से निकल गया यह बात को लेकर कौवा अपनी शिकायत को हंस के पास रखा तभी हंस ने कोयल को बुलाया और कहा कि तुम्हारे बच्चे कौवे के खाते में कैसे पहुंचे तभी कोयल कहने लगी मुझे नहीं मालूम और वह मेरे बच्चे नहीं बल्कि कौवे के बच्चे हैं new story in hindi with moral
मेरे बच्चे तो नदी के किनारे हैं ना विश्वास हो तो चल कर देख लो मेरे अंडे वहीं पर हैं हंस और कौवा और कोयल तीनों नदी के किनारे चल पड़े वहां जाने के बाद मगरमच्छ के अंडे को दिखाते हुए कोयल बोली यह मेरे अंडे देखो कितने बड़े और कितने सुंदर हैं तभी अचानक एक अंडा फूट जाता है
उसमें से मगरमच्छ का बच्चा बाहर निकल आता है कोयल का भंडा खुल जाता है तो इसीलिए कहते हैं दोस्तों हम झूठ बोलते हैं तो हमारी झूठ ज्यादा दिन तक नहीं टिकती है एक न एक दिन उस पर से पर्दा हट ही जाता है और हम पकड़े जाते हैं तो इसीलिए कभी भी सच का सामना करना चाहिए और सच बोलना चाहिए सच बोलने पर मन भी हल्का होता है
और सामने वाले को ज्यादा बुरा भी नहीं लगता है और लगता है तो उसी दिन में दोस्त अगले दिन तो यह नहीं ना कहेगा कि उसने मेरे से झूठ बोला था तो आप दोस्तों सच बोलिए झूठ का सहारा बिल्कुल ही मत लीजिए आपको अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद