chor ki imandari
एक समय की बात है एक गांव में एक बहुत बड़ा चोर रहता था वह हर जगह जाकर चोरिया करता था और उससे अपने परिवार का पेट का गुजारा करता था एक दिन वह चोर सोचा कि मैं
क्यों ना कहीं दूर जाकर चोरिया करके पैसे लाओ ताकि मुझे दोबारा चोरी करने का मौका ना मिले और उस चोर ने प्लानिंग किया कि मैं इस बार कोई बड़ा हाथ मारूंगा जिससे कि मुझे दोबारा चोरी ना
करना पड़े तभी उस चोर ने एक बहुत बड़े अमीर के घर चला गया और वहां जाकर वह किचन का काम करने लगा साथ में झाड़ू पहुंचा कपड़े धोना और उस घर के सारे भेद को लेने लगा मालिक
उससे बहुत मानता था उसके भरोसे अपना घर द्वार सब कुछ छोड़ कर चला जाता था चोर को लगता था यह तो मुझ पर बहुत भरोसा कर रहा है यहां हाथ साफ करना बहुत ही आसान होगा और चोर
अपना प्लानिंग करने लगा तभी अचानक मालिक का फोन आया कि मैं 15 दिन घर नहीं आऊंगा मैं बिजनेस के काम से विदेश जा रहा हूं चोर को लगा कि यह अच्छा मौका है मैं पूरा घर साफ कर देता हूं
तभी उसके दरवाजे पर एक भिखारी आया और भिखारी बोला भगवान के नाम पर मुझे कुछ दे दो तभी चोर ने कहा मैं इस घर का मालिक नहीं हूं इस घर का मालिक यहां नहीं है अभी तभी उस चोर ने
कहा तुम बहुत नसीब वाले हो जो तुम्हारे मालिक तुम्हारे भरोसे अपना घर द्वार सब कुछ छोड़कर बिजनेस के काम से बाहर चला गया है तुम ऐसे ही भरोसा बनाए रखना किसी का भरोसा मत तोड़ना और
इतना बात भिखारी बोल कर वहां से चला गया तभी चोर सोचने लगा इस भिखारी ने जो बात कही है मानता हूं कि यह सही है परंतु मालिक घर छोड़ कर गया है लेकिन अभी मैं ₹20000 मांगू तो मुझे ना कर देगा तभी चोर ने
सोचा एक बार मांग कर देखता हूं कि मिलता है कि नहीं उसने अपने मालिक के पास फोन किया और मालिक से कहा मालिक मुझे 20000 की सख्त जरूरत है क्या मुझे पैसे मिल सकते हैं मालिक ने कहा ठीक है
मेरे ड्रॉ में मेरा एटीएम कार्ड है तुम उसे ले जाओ और ₹20000 निकाल लो जब चोर उस एटीएम को एटीएम में लेकर गया तो बैलेंस जब चेक किया तो उसमें 1000000 रुपए थे चोर को रोना आ गया और
चोर ने सोचा मैं यह कौनसी गुनाह करने जा रहा था इसमें ₹1000000 है तभी मालिक ने बिना हिचकिचाहट अपना एटीएम मुझे दे दिया जबकि मालिक मेरा घर द्वार के बारे में भी नहीं जानते कि मैं कहां रहता हूं
नौकर चुपचाप घर आया और मालिक के आने का इंतजार करने लगा 15 दिन बाद जब मालिक घर पर आए तो नौकर चोर ने कहा मालिक मैं आपसे कुछ छुपा रहा हूं मैं अगर जो उस बात को बता दूं
तो मेरे मन से बोझ हल्का हो जाएगा मालिक ने कहा बताओ मालिक को अपनी सारी बात बताइए कि मैं एक चोर हूं और मैं एक चोरी के इरादे से यहां पर आया था तभी मालिक ने कहा कौन कहता है
कि तुम चोर हो अगर जो तुम चोर होते हैं तो मेरा घर अभी तक सफाया कर दी होते तुम्हारे अंदर इंसानियत जिंदा है तभी तो तुम इतनी ईमानदारी से भी मेरे घर की रखवाली की है तुम भूल जाओ कि
तुम पहले क्या थे तुम याद रखो कि अब क्या हो और तुम अपने हम ऐसा बात पर अमल रहना और लोगों की मदद करना किसी के जज्बातों को ठेस मत पहुंचाना तो दोस्तों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है
कि हम लाइफ में अच्छे काम करते हैं तो उसका अच्छा नतीजा मिलता है और बुरे काम करते हैं तो हमें बुरा नतीजा मिलता है तो दोस्तों कैसी लगी आपको स्टोरी हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा आप सभी दोस्तों को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद