jija sali ki love story
एक रोहन नाम का लड़का था जिसकी शादी इसी साल हुई थी रोहन अपनी पत्नी को लेकर बहुत ही खुश था उसकी एक साली भी थी जो शादी में नहीं आई हुई थी
क्योंकि उसका एग्जाम था और वह शहर में पढ़ते थे रोहन अपनी वाइफ से बहुत प्यार करता था और रोहन अपनी परिवार को हमेशा खुश रखता था
साली का एग्जाम खत्म हुआ और वह घर पर आई उसे अपने बहन से मिलने का बहुत ही मन कर रहा था तभी उसने फोन किया और अपने जीजा रोहन
से बोली मैं सुमन बोल रही हूं मुझे दीदी से मिलने का बहुत मन कर रहा है रोहन जीजा साली को लेने के लिए उसके घर गए रोहन जब पहली बार अपनी साली
को देखा तो अपने आप को संभाल नहीं पा रहा था क्योंकि उसकी साली सुमन बहुत ही खूबसूरत थी रोहन मने मन में सोचने लगा काश मेरी शादी इस लड़की
से हुई होती यह तो लगता है कि जन्नत की परी है और यह सोचते हुए रोहन अपने गाड़ी पर बैठा कर उसे घर लेकर जाने लगा रोहन ब्रेकर पर गाड़ी स्लो नहीं कर रहा था
उसे हज का तक उदाते लेकर जा रहा था साली सुमन को भी धीरे-धीरे समझ में आ रहा था कि जीजा क्या चाहते हैं रोहन जब अपने साले को घर लेकर आया तो
अपनी बीवी सुनैना से बोला तुम्हारी बहन तो बहुत ही अच्छी है और यह पढ़ने में भी बहुत तेज है क्योंकि मैंने इससे बाइक पर कुछ सवाल पूछे जिसका यह जवाब
बिल्कुल सही दे रही थी तभी सुनैना बोली इसीलिए तो हम लोग इसे शहर भेजे थे पढ़ने के लिए ताकि यह अपने पढ़ाई में कामयाब हो सके और कुछ अच्छा कर
दिखाएं जीजा रोहन साली पर डोरे डालने लगा सुमन भी अब धीरे-धीरे अपने जीजा को चाहने लगे थे क्योंकि उसे लग रहा था कि जीजा मेरे हीरो जैसे हैं वह मेरे बहन
से कितना प्यार करते हैं तुम मुझसे कितना प्यार करेंगे और यह सोच कर शीशे के सामने सुमन बैठी हुई थी तभी अचानक उसके जीजा रोहन वहां पहुंचे और उसके
बालों में अपना उंगलियां फेरने लगे तभी सुमन बोलिए क्या कर रहे हैं जीजू अभी दीदी आ जाएगी तभी रोहन बोला तुम चिंता क्यों करती हो तुम्हारी दीदी छत पर हैं
वह अभी नहीं आएंगे धीरे-धीरे दिन बीते गया सुमन और रोहन एक दूसरे के करीब आते गए दोनों सारे हदें पार कर चुके थे सुमन पेट से हो गई थी जब यह बात रोहन
को पता चली तोरो रोहन पछताने लगाइए मैंने क्या कर दिया तभी सुमन ने कहा अब सोचने का वक्त नहीं है जीजू मुझे भी अपना लीजिए तभी रोहन बोला सुनैना
इसको कभी नहीं चाहेगी मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है परंतु इसका प्रायश्चित कैसे करूं समझ में नहीं आ रहा है तभी सुमन बोली मैं कुछ नहीं जानती हूं
मैं इस बच्चे को चाहती हूं और यह भी चाहती हूं कि इस दुनिया में आए क्योंकि यह हमारे प्यार की निशानी है रोहन इस बात से हमेशा परेशान रहने लगा रोहन
करे भी तो क्या करें और धीरे-धीरे यह बातें सुनैना को भी पता चलने लगी सुनैना भी अब क्या करें उसे भी समझ में नहीं आ रही थी वह किसे गुनाहगार समझती है
अपनी बहन को या अपने पति को क्योंकि गलती तो दोनों ने की थी और इसके बीच तड़प रही थी सुनैना सुनैना ने अपने घरवालों से फोन
पर सारी बातें बताई और रोहन से तलाक मांगने की बात बोली रोहन और सुनैना का तलाक हो गया पर इस तलाक से फायदा सुमन को हुआ क्योंकि रोहन
और सुमन दोनों शादी कर लिए दोस्तों इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि कभी भी हमें अपने आप को पूरी तरह से कंट्रोल करके चलना चाहिए
वरना इस दुनिया में कब क्या हो जाएगा यह कोई नहीं जानता है मैं जानता हूं कि यह कहानी बहुत छोटी मैंने बनाई है क्योंकि यह कहानी बहुत ही लंबी है आप सभी दोस्तों को अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद